लॉकडाउन में घाटा, पार्टनर ने रुपयों के लिए धमकाया तो शेयर कारोबारी ने फांसी लगाई

घर पर आकर परिवार के सामने दो दिन पहले भी धमकाया था

लॉकडाउन के दौरान शेयर बाजार में हुए घाटे और पार्टनरों द्वारा रुपयों की मांग को लेकर बनाये जा रहे दबाव के कारण जानकी नगर पिपलीनाका क्षेत्र में रहने वाले शेयर कारोबारी ने सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जीवाजीगंज पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया है।

आकाश पिता सुरेश राजपूत 38 वर्ष निवासी जानकी नगर पिपलीनाका शेयर कारोबारी था। लॉकडाउन के दौरान शेयर बाजार में हुए घाटे और पार्टनरों द्वारा रुपयों की मांग को लेकर बनाये जा रहे दबाव के चलते आकाश ने सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बताया कि आकाश सुबह रोजाना की तरह नींद से जागा और परिजनों से भी मिला इसके बाद आकाश ने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। उसे फंदे पर लटका देखा तो अस्पताल में उपचार के लिये लाये जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद आकाश को मृत घोषित कर दिया।

 

सुसाइड नोट…14 अगस्त को गुंडों के साथ पार्टनर घर आया था धमकाने

आकाश राजपूत ने अपने तीन पेज के सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण भी लिखा है। सुसाइड नोट में आकाश ने लिखा कि पापा मम्मी मैं आप सभी से बहुत प्यार करता हूं पर कुछ दिनों से मैं इतना परेशान हो रहा हूं कि किसी काम में मन नहीं लगता है। सोनू और शरणा को मैं बहुत प्यार करता हूं और मैं बहुत करना भी चाहता था पर इस समय के कारण सारे काम पर पानी हो गया है।

 

अंत में आकाश ने लिखा कि जिसके लिये मैं काम करता था शरव सोनी नाम का व्यक्ति जो इंदौर में रहता है वो आज 5 गुंडों को लेकर मुझे डराने के लिये मेरे घर भी आया था। आज 14 अगस्त है और उसने मुझे बहुत प्रकार से पीडि़त किया। बहुत कुछ मेरे पापा के सामने उसने मुझे बोला। उसके गुंडों ने मुझसे यहां तक कहा कि अगली बार आयेंगे तो इतना मारेंगे कि पैसे देने की जरूरत भी नहीं रहेगी। गाली गलौज भी की। मैं बहुत डर गया हूं, मेरे साथ में परिवार भी डर रहा है इन लोगों से। सब लोग एक बहुत बड़ी गाड़ी में आये थे और मुझसे यह भी कह रहे थे कि इसको ले चलो सब समझ लेंगे।पुलिस द्वारा उक्त सुसाइड नोट बरामद करने के साथ मामले की जांच शुरू की है।

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